छुट्टी के दिन पार्टी के तीन युवा जानवरों ने अपनी इच्छाएं पूरी कीं। एक ने कुशलतापूर्वक दूसरे के मीठे अमृत को निगलते हुए कार्यभार संभाला। साहसी चाटने वाले को परमानंद की कराहों से पुरस्कृत किया गया, जिससे मौखिक प्रसन्नता की एक श्रृंखला प्रज्वलित हुई। एक जंगली, घर का बना चूत का पर्व शुरू हुआ, जिससे वे सभी बेदम हो गए।