एक जंगली सोरोरिटी अपनी आंतरिक इच्छाओं को पूरा करती है, एक-दूसरे के रसदार अमृत में गोता लगाती है, हर स्वाद का आनंद लेती है। चूत खाने और कराहने का यह समलैंगिक पर्व छात्रावास में भर जाता है, जिससे बहनचोद और कामुक इच्छाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता साबित होती है।