एक नर्स एक मरीज के अंतरंग क्षेत्र की खोज करते हुए कुछ शरारती आनंद में लिप्त होती है। वह कुशलता से एक भावुक मुठभेड़ को प्रज्वलित करते हुए उसके हर अंग को चाटती और चखती है। नर्स की जीभ आनंद का अंतिम उपकरण बन जाती है, जिससे वह और उसका मरीज दोनों परमानंद में आ जाते हैं।