एक दुबली-पतली लड़की, जिसे दूसरों ने अनदेखा कर दिया है, अपने एकान्त क्षणों में संतुष्टि पाती है। अकेले, वह आत्म-आनंद में लिप्त होती है, उसका शरीर प्रत्येक शक्तिशाली चरमोत्कर्ष के साथ ऐंठता है। उसकी परमानंद, तीव्र और अपरिपक्व, उसका एकमात्र ध्यान है। आनंद के चरम पर पहुँचते हुए उसे देखें।